बाट एक रात की से ना तुम हमन जानो गीत: हेमंत कुमार और सुमन कल्याणपुर द्वारा यह एक बहुत अच्छा गीत है जो हेमंत कुमार द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ है। ना तुम हमन जानो के गीत महारू सुल्तानपुरी द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
बात एक रात की (Baat Ek Raat Ki )
यह मौसम ये रात चुप है यह होठों की बात चुप है ख़ामोशी सुनाने लगी है दास्ताँ यह मौसम ये रात चुप है यह होठों की बात चुप है ख़ामोशी सुनाने लगी है दास्ताँ
मुहब्बत के मोड़ पे हम मिले सबको छोड़ के हम धड़कते दिलों का लेके यह कारवां मुहब्बत के मोड़ पे हम मिले सबको छोड़ के हम धड़कते दिलों का लेके यह कारवां के जाएंगे दोनों