संघेश से नारज सेवर है के गीत: यह जम्मिन और ललित द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ कुमार सानू द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। नारज सेवर है गीत सुमेर द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
संघर्ष (Sangharsh )
नाराज़ सवेरा है (Naraz Savera Hai ) की लिरिक्स (Lyrics Of Naraz Savera Hai )
नाराज़ सवेरा है
ज़िन्दगी तन्हाइयों का क़र्ज़ है
रात की खामोशियों में अनसुने शोर है खींचती बांधे बिना ही कौन सी ये दौर है बेजान सलाख़ों ने मेरी रूह को घेरा है कोई किरण तो आये कहीं से आये आये नाराज़ सवेरा
वो मेरे बचपन का मौसम वो ज़माना खो गया मौत के साये में रह के बेजुबान मैं हो गया ज़ख्मों की ज़मीनों पे ज़ुल्मों का बसेरा है कोई किरण तो आये कहीं से आये आये
नाराज़ सवेरा है
पार्ट २:
नज़दीक सवेरा है
दे रहा मुझको सदाएं वह खुला आसमान ले रही मेरी बालाएं वह हसीं वादियां तुम लाओ उजालों को सपना यही मेरा है दिन हैं ख़ुशी के गीत मिलन के गओ गाओ गो गो