फिल्म शांडार से नाज़देकियान गीत निखिल पॉल जॉर्ज और नीती मोहन ने गाया है, इसका संगीत अमित त्रिवेदी द्वारा रचित है और गीत अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए हैं।
शानदार (Shaandaar )
नज़दीकियां (Nazdeekiyan ) की लिरिक्स (Lyrics Of Nazdeekiyan )
रातों के जागे सुबह मिले हैं रेशम के धागे ये सिलसिले हैं लाज़मी सी लगने लगीं है दो दिलों की अब नज़दीकियाँ
दिखती नहीं पर हो रही हैं महसूस नज़दीकियाँ दो दिल ही जाने लगती हैं कितनी मेहफ़ूज़ नज़दीकियाँ
जरिया हैं यह आंखें जरिया छलकता है जिनसे एक अरमानों का दरिया आदतें हैं इनकी पुराणी अनकही सी केह दे कहानी परछाइयां दो जुड़ने लगी हैं देखो हवा में उड़ने लगी ह