नख्रिली गीत किल दिल: यह शंकर महादेवन और गुलजार द्वारा शंकर एहसान लॉय द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। यह गीत गुलजार द्वारा लिखा गया है।
किल दिल (Kill Dil )
नखरीले की लिरिक्स (Lyrics Of Nakhriley )
लहू लहान हुआ है फलक यह कैसा लोहा पिघला है एक सूरज डूब गया पीछे एक सूरज सामने निकला है
माना माना इश्क विश्क पे ज़ोर तो नहीं दिल में दम है हाल चाल कमज़ोर तो नहीं इश्क़ की चाल पे मात मंज़ूर है अरे ओ बन्दे मौका है अरे ओ जलने वालने का मौका है हो इश्क़ म
लहू लहान हुआ है फलक यह कैसा अनोखा पेहरा है एक सूरज डूब गया पीछे एक सूरज सामने निकला है
हो माना माना इश्क़-विष्क पे ज़ोर तो नहीं दिल में दम है
हो लावारिसों की न पूछो उनका बड़ा एक दिल है लावारिसों का न कोई हाँ उनका बड़ा एक दिल है हैं सजदे में आखें वह उठाएं हम उसके हैं तो जलवा दिखाएं हैं सज्दे म
दर्दीले दर्दीले किस्से सारे दर्दीले दर्दीले रिश्ते सारे दर्दीले यह किस्से सारे दर्दीले यह रिश्ते सारे दर्दीले बरसों में सारे होते हैं दर्दीले तेरी आँखों की ाब-ो
नखरीले