डिशकीयून से निसार के गीत सनमजीत तलवार द्वारा लिखे गए हैं। यह पलाश मुचल द्वारा रचित एक सुंदर गीत है और खूबसूरती से विशाल दादानी और स्नेहा खानवालाकर द्वारा गाया गया है।
ढिश्कियाऊं (Dishkiyaoon )
निस्सार की लिरिक्स (Lyrics Of Nissar )
दिल मेरे हुक लगी हुआ आवारा हुआ आवारा... मैं झूमें जाऊं
सपने आँखों से दूर हुए गुब्बारे हुए गुब्बारे.. है उड़ता जाए
निस्सार है
निस्सार है
हैं खोये-खोये
दिल पासा फेंका.. मैं सब कुछ हरा मैं सब कुछ हरा मैं फिर्ता जाऊं
हैं खोये-खोये