फिल्म ओमकारा से ओ साथी रे गीत विशाल भारद्वाज और श्रेया घोषाल द्वारा गाए जाते हैं। इसका संगीत विशाल भारद्वाज द्वारा रचित है और गीत गुलजार द्वारा लिखे गए हैं।
ओमकारा (Omkara )
ओ साथी रे (O Saathi Re ) की लिरिक्स (Lyrics Of O Saathi Re )
ओ साथी रे दिन डूबे न ओ साथी रे दिन डूबे न ा चल दीन को रोकें धुप के पीछे दौड़ें छाँव छुए न ओ साथी रे
ओ साथी रे दिन डूबे न ओ साथी रे दिन डूबे न ा चल दीन को रोकें धुप के पीछे दौड़ें छाँव छुए न ओ साथी रे दिन डूबे न..
थका थका सूरज जब नदी से होकर निकलेगा हरी हरी काई पे पाँव पड़ा तोह फिसलेगा तुम रोक के रखना मैं जाल गिराऊं तुम पीठ पे लेना मैं हाथ लगाऊँ दिन डूबे न हा
तेरी मेरी कट्टी पट्टी दाँत से ख़ाति कटती रे जाइयो न ो पिहू रे ो पीहू रे.. न जइयो न..
कभी कभी यूँ करें मैं दांतून और तुम डरना उबल पड़े आँखों से मीठे पानी का झरना तेरे दोहहरे बदन में सिल जाउँगी रे जब करवट लेगा छील जाउँगी रे हो.. संग ले
ओ साथी रे दिन डूबे न ओ साथी रे दिन डूबे न ा चल दीन को रोकें धुप के पीछे दौड़ें छाँव छुए न ओ साथी रे