फिल्म सिर्फ तुम से पंचि सुर मी गेट हैन के गीत: यह गीत उदित नारायण की आवाज़ में है। पंचि सुर मी गते हैं गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं, जबकि यह नादेम और श्रवण द्वारा रचित है।
सिर्फ तुम (Sirf Tum )
पंछी सुर में गाते हैं (Panchhi Sur Mein Gaate Hain ) की लिरिक्स (Lyrics Of Panchhi Sur Mein Gaate Hain )
पंछी सुर में गाते हैं भँवरे गुनगुनाते हैं घुँघरू बजाती है हवा ऐसे मुस्कुराती है यूँ फ़िज़ा बुलाती है जैसे हो यह मेरी दिलरुबा
पंछी सुर में गाते हैं भँवरे गुनगुनाते हैं घुँघरू बजाती है हवा ऐसे मुस्कुराती है यूँ फ़िज़ा बुलाती है जैसे हो यह मेरी दिलरुबा
देखो क्या घनेरे ऊंचे ऊंचे पर्बतों के साये हैं चल के
पंछी सुर में गाते हैं भँवरे गुनगुनाते हैं घुँघरू बजाती है हवा ऐसे मुस्कुराती है यूँ फ़िज़ा बुलाती है जैसे हो यह मेरी दिलरुबा
नैया बिन खिवैया जाने कैसे साहिलों पे आती है धरा इस नदी की हर किसी को इक दिन तो मिलती है ो.. नैया बिन खिवैया जाने कैसे साहिलों पे आती है धरा इस नदी की हर
पंछी सुर में गाते हैं भँवरे गुनगुनाते हैं घुँघरू बजाती है हवा ऐसे मुस्कुराती है यूँ फ़िज़ा बुलाती है जैसे हो यह मेरी दिलरुबा जैसे हो यह मेरी दिलरुबा जैसे ह