परबत से काली घटा ताकराई फिल्म चांदनी के गीत विनोद राठोड और आशा भोसले द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत शिव-हरि द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
चांदनी (Chandni )
पर्बत से काली घटा टकराई की लिरिक्स (Lyrics Of Parbat Se Kali Ghata Takrai )
पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं हाय आग लगाईं दिल देने दिल लेने की रुत आयी
पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं हे आग लगाईं हाय आग लगाईं
मारे शर्म के मैं तो सिमट गयी चुनरी मेरी मुझसे लिपट गयी मारे शर्म के मैं तो सिमट गयी चुनरी मेरी मुझसे लिपट गयी ऐसे में तूने जो ली अंगडाई ा ऐसे में तूने जो
पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं हे आग लगाईं हाय आग लगाईं
मस्ती में आके मैं झूम लूँगा रोको मुझे मैं तुम्हें चूम लूंगा हो मस्ती में आके मैं झूम लूंगी रोको मुझे मैं तुम्हें चूम लूंगी मस्ती में आके मैं झूम लूंगी
मस्ती में आके मैं झूम लूँगा रोको मुझे मैं तुम्हें चूम लूंगा छेड़ो न मुझको यूँ छोडो कलाई छेड़ो न मुझको यूँ छोडो कलाई आग लगाईं दिल देने दिल लेने की रुत आ
पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं पर्बत से काली घटा टकराई पानी ने कैसी यह आग लगाईं आग लगाईं दिल देने दिल लेने की रुत आयी