अमर अकबर एंथनी (1 9 77) के पारदा है पारदा गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं, यह लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा रचित है और मोहम्मद रफी द्वारा गाया गया है।
अमर अकबर अंथोनी (Amar Akbar Anthony )
पर्दा है
पर्दा है पर्दा
मैं देखता हूँ जिधर
पर्दा है पर्दा
खुदा का शुक्र है चेहरा नज़र तो आया है हया का रंग निगाहों पे फिर भी छाया है किसी की जान जाती है
ख़फ़ा होक चेहरा छुपा ले मगर याद रख हुस्न वाले जो है आज तेरी जवानी
पर्दा है पर्दा