पिया तू अब से आजा गीत का कारवन (1 9 71) माजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखा गया है, यह आरडी बर्मन द्वारा रचित है और आरडी बर्मन और आशा भोसले द्वारा गाया गया है।
कारवां (Caravan )
पिया तू अब तो आजा की लिरिक्स (Lyrics Of Piya Tu Ab To Aaja )
पिया तू अब तो आजा हे.. हे.. हे.. हे.. मोनिका... वह आ गया
पिया तू अब तो आजा शोला सा मन देहके ाके बूझा जा तन्न की ज्वाला ठंडी हो जाए ऐसे गले लगा जा आह हा ः
प्यासे प्यासे इन मेरे लबों के लिए तेरे होठों ने हज़ार वादे किये भूलने वाले कोई जिए तो कैसे जिए अरे हाँ! अरे हाँ! अरे हाँ! हाँ... अरे ला ला ला ला ला ला ला ला ला ल
पिया तू अब तो आजा शोला सा मन देहके ाके बूझा जा तन्न की ज्वाला ठंडी हो जाए ऐसे गले लगा जा आह हा ः
मेरी हालत पे रहे जो तेरा करम वह बात भी मुझको क़ुबूल है ओ सनम जिसकी खातिर छू लिए थे मेरे कदम अरे हाँ! अरे हाँ! अरे हाँ! हाँ... अरे ला ला ला ला ला ला ला
पिया तू अब तो आजा शोला सा मन देहके ाके बूझा जा तन्न की ज्वाला ठंडी हो जाए ऐसे गले लगा जा आह हा ः