प्रेम लीना गीत से प्रेम प्रेम रतन धन पायो गायन अमान त्रिखा और विनीत सिंह द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत हिमेश रेशमिया द्वारा रचित है और गीत इरशाद कामिल द्वारा लिखे गए हैं।
प्रेम रतन धन पायो (Prem Ratan Dhan Payo )
प्रेम लीला (Prem Leela ) की लिरिक्स (Lyrics Of Prem Leela )
होने दे आज हल्ला देखे गली मोहल्ला चाहत के माथे चन्दन का टीका
हैं राम सीता इसमें शर्म और हया की रस्में जिनमे मोहब्बतों का तरीका
सीखेगी छोरि और सिखेगा छबीला हे हे हे हे हे हे सीखेगी छोरि और सिखेगा छबीला राम सिआ की देखो निराली है प्रेम लीला
लंकापति बाँवरे ताका झाँकी क्यों करे ए लंकपति बाँवरे ताका झाँकी क्यों करे अपने कुटिल भाव तू जानकी से राख पर अपने कुटिल भाव तू जानकी से राख पर नादाँ कर्म क
गुस्से में काहे को होता लाल पीला गुस्से में काहे को होता लाल पीला राम सिआ की ये है निराली है प्रेम लीला
जैसे राधा श्याम से सीता मिली राम से जैसे राधा श्याम से सीता मिली राम से सबको अपना प्यार यूं मिल जाये आराम से सबको अपना प्यार यूं मिल जाये आराम से
सुन छोटू और पप्पू राजू