राजा हिंदुस्तान (1 99 6) के पुचो ज़ारा पुचो गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं, यह नादेम श्रवण द्वारा रचित है और अल्का याज्ञिक और कुमार सानू द्वारा गाया गया है।
राजा हिंदुस्तानी (Raja Hindustani )
पूछो ज़रा पूछो (Puchho Zara Puchho ) की लिरिक्स (Lyrics Of Puchho Zara Puchho )
पूछो ज़रा पूछो मुझे क्या हुआ है कैसी बेकरारी है यह कैसा नशा है तुमसे दिल लगाने की सजा है राजा जी तुमसे दिल लगाने की सजा है
पूछो ज़रा पूछो मुझे क्या हुआ है कैसी बेकरारी है यह कैसा नशा है क्ष (२)
तुमसे दिल लगाने की सजा है आहा हा तुमसे दिल लगाने की सजा है
रूठा है क्यूँ राजा
कांटे हों या कलियन हों बस मेहबूब की गलियां हों साथ तुम्हारे चलना है इश्क़ की आग में जलना है चीर के देखो दिल मेरा इस पे लिखा है नाम तेरा दीवानगी क्या चीज़ है
पूछो ज़रा पूछो मुझे क्या हुआ है कैसी बेकरारी है यह कैसा नशा है तुमसे दिल लगाने की सजा है ए ए या तुमसे दिल लगाने की सजा है
छोड़ के तुमको किधर जाएँ हम तो तेरे बिन मर जाएँ जी करता कुछ कर जाएँ प्यार में हद्द से गुज़र जाएँ हम वह नहीं जो डर जाएँ वादा कर के मुकर जाएँ इस पय
पूछो ज़रा पूछो मुझे क्या हुआ है कैसी बेकरारी है यह कैसा नशा है तुमसे दिल लगाने की सजा है हाँ हाँ हाँ तुमसे दिल लगाने की सजा है
पूछो ज़रा पूछो मुझे क्या हुआ है कैसी बेकरारी है यह कैसा नशा है तुमसे दिल लगाने की सजा है आहा हा तुमसे दिल लगाने की सजा है हाँ हाँ हाँ तुमसे दिल लगाने की सा