रे वे ओ फैम ऑफ़ वी आर फैमिली (2010) इरशाद कामिल द्वारा लिखे गए हैं, यह शंकर महादेवन, एहसान और लोय द्वारा रचित है और शंकर महादेवन और विशाल दादानी द्वारा गाया गया है।
वे अरे फॅमिली (We Are Family )
रहम ओ करम (Reham O Karam ) की लिरिक्स (Lyrics Of Reham O Karam )
आज फिर दिन हुआ
रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो इशारा रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो खुदरा
ो.. ो.. ो..
तेरे बिना सर्दी में वह गर्मी सी न रही न गर्मी में है तेरे प्यार की ठंडक हो.. तेरे बिना बदले सारे मौसम क्यों इस तरह कुछ बोलो लब खोलो दो यह बता तरस गयी
रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो इशारा रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो खुदरा
ो.. ो.. ो..
देखूं न तेरे बिना आज लैगून तनहा मैं जैसे हूँ टूटा हुआ वक़्त से एक लम्हा मैं हो.. आके तू मन ले
रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो इशारा रहम ओ करम हो जाए दोबारा रहम ओ करम हो जाने दो खुदरा