रोज़ रोज आंखॉन टेल एक हाय सपना चाले फिल्म जीव से गीत आशा भोसले और अमित कुमार द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है और गीत गुलजार द्वारा लिखे गए हैं।
जीवा (Jeeva )
रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले की लिरिक्स (Lyrics Of Roz Roz Aankhon Tale Ek Hi Sapna Chale )
रोज़ रोज़ आँखों तले रोज़ रोज़ आँखों तले
रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस
जबसे तुम्हारी नाम की मिश्री होंठ से लगायी है मीठा सा ग़म है और मीठी सी तन्हाई है जबसे तुम्हारी नाम की मिश्री होंठ से लगायी है मीठा सा ग़म है और मीठी सी तनहा
छोटी सी दिल की उलझन है यह सुलझा दो तुम जीना तो सीख है मर के मरना सिखा दो तुम छोटी सी दिल की उलझन है यह सुलझा दो तुम जीना तो सीख है मर के मरना सिखा दो
रोज़ रोज़ आँखों तले रोज़ रोज़ आँखों तले हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख्वाब का दिया जले हो रोज़ रोज़ आँखों तले
आँखों पर कुछ ऐसे तुमने ज़ुल्फ़ गिरा दी है बेचारे से कुछ ख़्वाबों की नींद उड़ा दी है हो आँखों पर कुछ ऐसे तुमने ज़ुल्फ़ गिरा दी है बेचारे से कुछ ख़्वाबों की नींद
हो रोज़ रोज़ आँखों तले एक ही सपना चले रात भर काजल जले आँख में जिस तरह ख्वाब का दिया जले