रोट ह्यू गीत के गीत सब गीत: यह किशोर कुमार द्वारा कल्याणजी और आनंदजी द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। रोटे ह्यू एट है सब सब गीत अंजान द्वारा खूबसूरती से लिखा गया है।
मुकद्दर का सिकंदर (Muqaddar Ka Sikandar )
रोते हुए आते हैं सब (Rote Hue Aate Hain Sab ) की लिरिक्स (Lyrics Of Rote Hue Aate Hain Sab )
रोते हुए आते हैं सब रोते हुए आते हैं सब हँसता हुआ जो जाएगा वह मुकद्दर का सिकंदर वह मुकद्दर का सिकंदर जान-इ-मन कहलायेगा रोते हुए आते हैं सब हँसता हुआ जो जाय
वह सिकन्दर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां वह सिकन्दर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां प्यार से जीते दिलों को वह झुका दे आसमां जो सितारों पर कहानी प्यार की लिख जा
ज़िन्दगी तो बेवफ़ा है एक दिन ठुकराएगी ज़िन्दगी तो बेवफ़ा है एक दिन ठुकराएगी मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जायेगी मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलायेगा वह मुकद्द
हमने मन यह ज़माना दर्द की जागीर है हमने मन यह ज़माना दर्द की जागीर है हर कदम पे आंसुओं की इक नै ज़ंजीर है हाल-इ-ग़म पर जो ख़ुशी के गीत गता जाएगा वह
रोते हुए आते हैं सब हँसता हुआ जो जाएगा वह मुकद्दर का सिकंदर वह मुकद्दर का सिकंदर जान-इ-मन कहलायेगा जान-इ-मन कहलायेगा जान-इ-मन कहलायेगा