किल दिल (2014) के सजदे गीत गुलजार द्वारा लिखे गए हैं, यह शंकर एहसान लॉय द्वारा रचित है और उन्होंने अरजीत सिंह और निहिरा जोशी द्वारा गाया है।
किल दिल (Kill Dil )
सजदे : अरिजीत सिंहकी लिरिक्स (Lyrics Of Sajde )
राब लब्बा पापिया न जिन्ना चेंज काम न चंगे लगदे ो किवें पिंड का जिए असि छोले पाके वि नंगे लगदे
हो ज़िन्दगी यूँ गैल ा लगी है
एक ख़्वाब ने आँखें खोली हैं क्या मोड़ आया है कहानी में वह भीग रही है बारिश में हम्म और आग लगी है पानी में
ख्वाबी ख्वाबी सी लगती है दुनिया आँखों में यह क्या भर रहा है मारने की आदत लगी थी क्यूँ जीने को जी कर रहा है पहले तो बघानी नगरी में हमको किसी ने पूछा न
हो ज़िन्दगी यूँ गैल ा लगी है
सज्दे बिछावन वे हो गली गली हो गली गली