Saanjh Dhale Gagan Tale Hum Kitne Ekaki Lyrics of Utsav : Saanjh Dhale Gagan Tale Hum Kitne Ekaki is a beautiful hindi song from 1984 bollywood film Utsav. This song is composed by Laxmikant and Pyarelal. Suresh Wadkar has sung this song. Its lyrics are written by Vasant Dev. We also have 'Saanjh Dhale Gagan Tale Hum Kitne Ekaki Video' for you.
उत्सव (Utsav )
सांझ ढले गगन तले हम कितने एकाकी (Saanjh Dhale Gagan Tale Hum Kitne Ekaki ) की लिरिक्स (Lyrics Of Saanjh Dhale Gagan Tale Hum Kitne Ekaki )
सांझ ढले गगन तले सांझ ढले गगन तले हम कितने एकाकी छोड़ चले नैनों को किरणों के पाँखि सांझ ढले गगन तले हम कितने एकाकी
पाँखि की जाली से झाँक रही थी कलियाँ पाँखि की जाली से झाँक रही थी कलियाँ गंध भरी गुनगुन में मगन हुई थी कलियाँ इतने में तिमिर धँसा सपनीले नैनों में क
जुगनू का पत् ओढ़े आयेगी रात अभी जुगनू का पत् ओढ़े आयेगी रात अभी निशिगंधा के सुर में कह देगी बात सभी निशिगंधा के सुर में कह देगी बात सभी कांपता है मन जैस