फिल्म यारा सिली सिली से साथीया गीत अंकित तिवारी द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत अंकित तिवारी द्वारा रचित है और गीत संदीप नाथ द्वारा लिखे गए हैं।
यारा सिली सिली (Yaara Silly Silly )
सठिया (Sathiya ) की लिरिक्स (Lyrics Of Sathiya )
यूं तो ज़िन्दगी से होती थीं मुलाकातें पहली बार की है ज़िन्दगी ने मुझसे बातें
अजनबी सा एहसास है हर पल अब तो ख़ास है तुम बन गए जो सठिया हाँ सठिया
ख्वाहिशो में फिर से बेताबियाँ जागी हस्ते हस्ते हैं आँखों में नमी हसरतें भी मेरी करने लगीं ठगी पैरो के नीचे से निकली ज़मीन
अजनबी सा एहसास है हर पल अब तो ख़ास है तुम बन गए जो सठिया साथिया