सावन की ऐ हवा गीत - रिवॉल्वर रानी गारिमा अनीजा द्वारा गाया गया एक रोमांटिक गीत है। इसके गीत पुनीत शर्मा द्वारा लिखे गए हैं और इसका संगीत संजीव द्वारा रचित है।
रिवाल्वर रानी (Revolver Rani )
सावन की ए हवा (Saawan Ki Aye Hawa ) की लिरिक्स (Lyrics Of Saawan Ki Aye Hawa )
सावन की ए हवा बावरी छेड़ न तू तो जगा बावरी सावन की ए हवा बावरी छेद न तू तो जगा बावरी
ए री ऐसी टीस जगा यूँ एक दम से न आग लगा तू धीरे धीरे जला बावरी हो.. हो.. हो.. हो.. हो.. हो.. हो.. हो.. सावन की अये हवा बावरि ो...
कभी तू गर्दन कभी तू करधन पे छू के जाती है निपट कामिनि है तू तुझको लाज नहीं आती है कभी तू गर्दन कभी तू करधन पे छू के जाती है हम्म.. हा हा हा.. न न
कहीं से चल एक जुही ला दे या उसकी खुशबु ही ला दे आना मुझको सजा बावरी हो.. ो... हो.. ो... सावन की अये हवा बावरि ो...
[बड़ी अकेलि है तू सहेली काम कोई तो कर दे पिया है मेरा सेहर में उसकी खोज खबर ला कर दे] क्ष २
इतने मौसम क्यों ना आया कहीं सौत तो ना ले आया लगता तो था भला बावरी हो.. ो... हो.. ो... सावन की अये हवा बावरि ो...
सावन की ए हवा बावरी छेड़ न तू तो जगा बावरी ए री ऐसी टीस जगा यूँ एक दम से न आग लगा तू धीरे धीरे जला बावरी हो.. ो... हो.. ो... सावन की अये हवा बावरि ो.
हम्म. हम्म...