तो तेजाब (1 9 88) के गया ये जहां जहां गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए हैं, यह लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा रचित है और नितिन मुकेश, शबीर कुमार और अल्का याज्ञिक द्वारा गाया गया है।
तेज़ाब (Tezaab )
सो गया यह जहाँ (So Gaya Yeh Jahan ) की लिरिक्स (Lyrics Of So Gaya Yeh Jahan )
सो गया यह जहाँ
सो गया यह जहाँ
सो गया यह जहाँ
रात आयी तो वह जिनके घर थे वह घर को गये सो गए रात आयी तो हम जैसे अवारा फिर निकले राहों में और खो गए क्ष (२)
इस गली
सो गया यह जहाँ
कुछ मेरी सुनो
हो सो गयी हैं साड़ी मंज़िलें हो साड़ी मंज़िलें
सो गया यह जहाँ