फिल्म रिवॉल्वर रानी से सुल्गी हुई है राख गीत। गोरिशा और संजीव श्रीवास्तव ने इस गीत को अपनी आवाज़ दी है। संजीव ने अपना सुंदर संगीत भी लिखा है।
रिवाल्वर रानी (Revolver Rani )
सुलगी हुई है राख (Sulgi Hui Hai Raakh ) की लिरिक्स (Lyrics Of Sulgi Hui Hai Raakh )
सुलगी हुई है राख दिल में दबी गुज़री हुई आहट सुनी है अभी पल पल कलेजे जो चुभती है आवाज़ सी सीने में अटकी है एक चीख नाराज़ सी...
ए ज़िन्दगी कुछ तो बता.. है यह सब क्या..? चढ़ गया सलीब पे टुकड़ा टुकड़ा ख्वाब क्या?
दिल दर्द के पाटों में पिसने लगा सन्नाटा लम्हों से रिसने लगा मलबा है बिखरा हुआ हर तरफ ख्वाब का दरिया हमें प्यार करना है तेज़ाब का..
ए ज़िन्दगी ले चल वहाँ दिल का जहां है जहां क्यों भला ज़िंदा रहे तृष्णा तृष्णा हम यहां
यह तो वह दुनिया नहीं ले कर चल दिल को वहीँ चुन लेंगे अपनी ज़मीन आसमान साज़िश के साहिल से टकरायें न कश्तियाँ ख्वाहिश के होठों को छू न सके तल्खियाँ...
ए ज़िन्दगी ले चल वहाँ घूम जाए मेहरूमियाँ क्यों भला ज़िंदा रहे तृष्णा तृष्णा हम यहां