सोना सोना लम्हा लम्हा कृष्णा कॉटेज (2004) के गीत: यह सोहेल खान, अनीता हसनंदानी और ईशा कोप्पिकर अभिनीत कृष्णा कॉटेज का एक प्यारा गीत है। यह श्रेया घोषाल द्वारा गाया जाता है और अनु मलिक द्वारा रचित किया जाता है।
कृष्णा कॉटेज (Krishna Cottage )
सूना सूना लम्हा लम्हा (बेपनाह प्यार है आजा)की लिरिक्स (Lyrics Of Soona Soona Lamha Lamha )
सूना सूना लम्हा लम्हा मेरी राहें तनहा तनहा आकर मुझे तुम थाम लो मंज़िल तेरी देखे रस्ता मुड़के ज़रा अब देख लो ऐसा मिलान फिर हो न हो सब कुछ मेरा तुम्ही तो हो
बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा हो बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा सूना सूना लम्हा लम्हा मेरी राहें तनहा तनहा
बिछड़े भी हम जो कभी रास्तों में तो संग संग रहूंगी सदा क़दमों की आवाज़ सुनके चलूँगी तुम्हें ढूंढ लूंगी सदा भूलि मोहब्बत की यह खुश्बुएं हैं हवाओं में प
बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा हो बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा सूना सूना लम्हा लम्हा मेरी राहें तनहा तनहा
वादों के धागों में हम तुम बंधे हैं ज़रा दूर तुम थाम लो बाहों में फिर से पिघल जाने दो मुझको फिर से मेरा नाम लो मैं वह सहमा हूँ जो रोशन तुम्हें करके खुद
बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा सूना सूना लम्हा लम्हा मेरी राहें तनहा तनहा मुड़के ज़रा अब देख लो ऐसा मिलान फिर हो न
बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा हो बेपनाह प्यार है आजा तेरा इंतज़ार है आजा सूना सूना लम्हा लम्हा मेरी राहें तनहा तनहा