ताबाह गीत - हेरोपंती: यह गीत मोहित चौहान की शानदार आवाज़ में है। इस गीत की संगीत रचना साजिद-वाजिद द्वारा बनाई गई है और गीत कौसर मुनीर द्वारा लिखे गए हैं।
हीरोपंती (Heropanti )
तबाह की लिरिक्स (Lyrics Of Tabah )
क्यों मुझसे खफा तू है मेरे ख़ुदा दीवाने से तेरे क्या हो गयी कहता हाँ.. जो हो गया जुड़ा जो हो गया जुड़ा... हो जाऊंगा तबाह हो जाऊँगा तबाह.. हो जाऊंगा तबाह
क्यों मुझसे खफा तू है मेरे ख़ुदा दीवाने से तेरे क्या हो गयी खता.. हाँ..
क्यों तेरे बिन रहता है दिन मुझसे यूँ रूठा हुआ.. क्यों सारी रात मुझको यह चाँद लगता है टूटा हुआ.. न मेरी ये ज़मीन न मेरा आसमान दीवाने से तेरे क्या हो गयी खता
सुलगी हुई सांसें मेरी मांगे जो तुझसे हवा दीदार दे या वर दे दे-दे न दिल को दवा न तुझसे मिला न तुझसे मिटा दीवाने से तेरे.. क्या हो गयी खता.. हाँ... जो हो गया जुड़