तेरे हुस की काय तारिफ करू गीत के नेता (1 9 64): यह दिलीप कुमार, वैजयंतीमाला, जयंत और सप्रू अभिनीत नेता से एक प्यारा गीत है। इसे मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर द्वारा गाया जाता है और नौशाद द्वारा रचित किया जाता है।
लीडर (Leader )
तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ की लिरिक्स (Lyrics Of Tere Husn Ki Kya Tarif Karu )
तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ कुछ कहते हुए भी डरता हूँ कहीं भूल से तू न समझ बैठे की मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ
तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ तेरे हुस्न की तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ कुछ कहते हुए भी डरता हूँ कहीं भूल से तू न समझ बैठे की मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ
मेरे दिल में कसक सी होती है मेरे दिल में मेरे दिल में कसक सी होती है तेरे राह से जब मैं गुज़रती हूँ इस बात से यह न समझ लेना की मैं तुझसे मोहब्बत करती हूँ
तेरी बात में गीतों की सरगम तेरी चाल में पायल की छम छम तेरी बात में गीतों की सरगम तेरी चाल में पायल की छम छम कोई देख ले तुझको एक नज़र कोई देख ले त
मेरे सामने जब तू आता है जी धक् से मेरा हो जाता है मेरे सामने जब तू आता है जी धक् से मेरा हो जाता है लेती है तमन्ना अंगड़ाई लेती है तमन्ना अंगड़ाई दिल जाने कहाँ
तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ कुछ कहते हुए भी डरता हूँ कहीं भूल से तू न समझ बैठे की मैं तुझसे मोहब्बत करता हूँ