Teri Zulfon Se Judai To Nahi Maangi Thi Lyrics of Jab Pyar Kisi Se Hota Hai (1961) is penned by Hasrat Jaipuri, it's composed by Shankar and Jaikishan and sung by Mohammad Rafi.
जब प्यार किसी से होता है (Jab Pyar Kisi Se Hota Hai )
तेरी जुल्फों से जुदाई तो नहीं माँगी थी की लिरिक्स (Lyrics Of Teri Zulfon Se Judai To Nahi Maangi Thi )
तेरी जुल्फों से जुदाई तो नहीं माँगी थी कैद मांगी थी
मैंने क्या जुर्म किया
मेरा हक़ था तेरी आँखों की छलकती मई पर मेरा हक़ था तेरी आँखों की छलकती मई पर चीज़ अपनी थी पराइ तो नहीं माँगी थी कैद मांगी थी
अपने बीमार पे इतना भी सितम ठीक नहीं अपने बीमार पे इतना भी सितम ठीक नहीं तेरी उल्फत में बुराई तो नहीं माँगी थी कैद मांगी थी
चाहने वालों को कभी तूने सितम भी न दिया चाहने वालों को कभी तूने सितम भी न दिया तेरी महफ़िल से रसवाई तो नहीं माँगी थी कैद मांगी थी