Teri Mehfil Mein Kismat Aazma Kar Hum Bhi Dekhenge Lyrics of Mughal-e-azam (1960): This is a lovely song from Mughal-e-azam starring Dilip Kumar, Madhubala, Murad and Nigar Sultana. It is sung by Lata Mangeshkar and Shamshad Begum and composed by Naushad.
मुग़ल-इ-आज़म (Mughal-e-Azam )
तेरी महफ़िल में किस्मत आजमा कर हम भी देखेंगे (Teri Mehfil Mein Kismat Aazma Kar Hum Bhi Dekhenge ) मुग़लकी लिरिक्स (Lyrics Of Teri Mehfil Mein Kismat Aazma Kar Hum Bhi Dekhenge )
तेरी महफ़िल में किस्मत आजमा कर हम भी देखेंगे घड़ी भर को तेरे नज़दीक आकर हम भी देखेंगे घड़ी भर को तेरे नज़दीक आकर हम भी देखेंगे अजी हाँ हम भी देखेंगे
तेरी महफ़िल में किस्मत आजमा कर हम भी देखेंगे तेरे क़दमों पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे तेरे क़दमों पे सर अपना झुका कर हम भी देखेंगे अजी हाँ हम भी देखेंगे
बहारें आज पैगाम-इ-मोहब्बत लेके आयी हैं बड़ी मुद्दत में उम्मीदों की कलियां मुस्कुराई हैं बड़ी मुद्दत में अजी हाँ बड़ी मुद्दत में उम्मीदों की कलियां मुस्कुराई हैं ग़म-
अगर दिल ग़म से खाली हो तो जीने का मज़ा क्या है न हो खून-इ-जिगर तो अश्क पीने का मज़ा क्या है न हो खून-इ-जिगर हाँ हाँ न हो खून-इ-जिगर तो अश्क पीने का मज़ा क्या ह
मोहब्बत करने वालों का है बस इतना ही अफ़साना तड़पना चुपके चुपके आह भरने घुट के मर जाना तड़पना चुपके जी हाँ तड़पना चुपके चुपके आह भरने घुट के मर जाना किसी दिन य
मोहब्बत हमने मन ज़िन्दगी बर्बाद करती है यह क्या कम है के मर जाने पे दुनिया याद करती है यह क्या कम है अजी हाँ हाँ यह क्या कम है के मर जाने पे दुनिया याद करती