तु ज़ारूरि गीत ऑफ़ ज़िड (2014): यह करिवीर शर्मा, बार्बी हांडा और मोहन कपूर अभिनीत ज़िद का एक प्यारा गीत है। यह सुनिधि चौहान और शरीब द्वारा गाया जाता है और शरीब और तोशी द्वारा रचित है।
ज़िद (Zid )
तू ज़रूरी (Tu Zaroori ) की लिरिक्स (Lyrics Of Tu Zaroori )
ऐसा लगा मुझे पहली दफा तनहा मई हो गई यारा
हो ऐसा लगा मुझे पहली दफा तनहा मई हो गई यारा हु परेशान सी मई अब यह कहने के लिए तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने के लिए तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने के
ऐसा लगा मुझे पहली दफा तनहा मई हो गई यारा हु परेशान सी मई अब यह कहने के लिए तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने के लिए वो तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने के
धड़के आखों में दिल मेरा जब करीब आऊं तेरे देखूं मैं जब भी आइना हाँ तुहि रु-बा-रु रहे मेरे इश्क़ की मौज में आ आजा बहने के लिए तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने
माँगूँ न कोई आसमान तू सितारों का जहाँ बन जा तू मेरा हमसफ़र न मुझे चाहिए कोई मक़ाम दिल ही काफ़ी है तेरा मेरे रहने के लिए
तू ज़रूरी सा है मुझको ज़िंदा रहने के लिए क्ष (३) तू ज़रूरी