तुकको जो पाया क्रैक से गीत: यह प्रित चक्रवर्ती द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ मोहित चौहान द्वारा एक बहुत अच्छा गाया गया गीत है। तुजको जो पाया के गीत खूबसूरती से कुमायर द्वारा लिखे गए हैं।
क्रूक (Crook )
तुझको जो पाया की लिरिक्स (Lyrics Of Tujhko Jo Paaya )
मेरे बिना मैं रहने लगा हूँ तेरी हवा में बहने लगा हूँ जाने मैं कैसे तेरा हुआ हूँ मुझे तो लगता है मैं शायद तेरे दिल की दुआ हूँ हाँ..
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए
पहले से ज़्यादा मैं जी रहा हूँ जबसे मैं तेरे दिल से जुदा हूँ राहों पे तेरी मैं तो चला हूँ तू मेरी मंज़िल है तेरे क़दमों पे बस रुकने लगा हूँ हाँ..
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए
तेरी नज़र में नयी सी अदा है नया सा नशा भी घुला है कई दिनों से बंधा था बादल जो तेरे ही बालों में खुला है.. तेरी हाडों में मेरी बसर है अब तुझे भी जाना की
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए
तुझको जो पाया आहे तो जीना आया अब यह लम्हा ठहर जाए थम जाए