टूऑन ओ रेंजेल कैसा जदु किडिया कुद्रत के गीत (1 9 81) को मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखा गया है, यह आरडी बर्मन द्वारा रचित है और लता मंगेशकर द्वारा गाया गया है।
कुदरत (Kudrat )
तूने ो रंगीले कैसा जादू किया की लिरिक्स (Lyrics Of Toone O Rangeele Kaisa Jadu Kiya )
तूने ो रंगीले कैसा जादू किया तूने ो रंगीले कैसा जादू किया पिया पिया बोले मतवाला जिया तूने ो रंगीले कैसा जादू किया पिया पिया बोले मतवाला जिया बाहों में छुपा के यह
पास बुला के
ओ मेरे साजन कैसी यह धड़कन शोर मचने लगी मन में जैसे लेहरायए नदिया का पानी लहर उठे रे मेरे तन में ओ मेरे साजन कैसी यह धड़कन शोर मचने लगी मन में जा