फिल्मिस्टन (2014) के उदयरी गीत रविंदर रंधवा द्वारा लिखे गए हैं, यह अरजीत दत्ता द्वारा रचित है और स्वरुप खान और इश्क बेक्टर द्वारा गाया गया है।
फिल्मिस्तान (Filmistaan )
उदारी की लिरिक्स (Lyrics Of Udaari )
रातां भले ठक जावे सपनों को नींद न आवै हा हा..
हो.. रातां भले ठक जावे सपनों को नींद न आवे यारा हिम्मत हार न पावे ऐसा मनन में फितूर चढ़ा रे
घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र किस्मत चाहे आँख दिखावे ले उदारी मार उदारी ले उदारी मार उदारी ले उदारी मार उदारी रे ले उदारी मार उदारी..
असानी करना
सपने रे धौंस जमावे ऊँगली रे देख दिखावे म्हारे बटुये में बस हैं इरादे घने चोखे कड़क हैं करारे घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र घुर्र किस्मत चाहे आँख
हो.. सपनो महारो चोखो थारो रंग रंगीलो लागे सपनो महारो चोखो थारो रंग रंगीलो लागे मनन को महारे पर लग जावे उड़ उड़ उड़ ुद्द भागे मनन को महारे पर लग जावे ु