यादोन की बारात के यादद की बातत गीत मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर, किशोर कुमार, पद्मिनी और शिवंगी द्वारा गाए गए हैं और मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखे गए हैं। यादोन की बारात का संगीत आरडी बर्मन द्वारा रचित है।
यादों की बारात (Yaadon Ki Baarat )
(Yaadon Ki Baarat ) टाइटल सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Yaadon Ki Baarat )
यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे दिल के द्वारे सपनों की शेहनाई बीते दिनों को पुकारे दिल के द्वारे हो छेड़ो तराने मिलान के प्यारे प्यारे संग हमारे
यादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे दिल के द्वारे सपनों की शेहनाई बीते दिनों को पुकारे दिल के द्वारे
बदले न अपना यह आलम कभी जीवन में बिछड़ेंगे न हम कभी बदले न अपना यह आलम कभी जीवन में बिछड़ेंगे न हम कभी यूं ही जाओगे आखिर कहाँ होक हमारे यादों क
आगे भी होगा जो उसका करम यह दिन तो मनाएँगे हर साल हम आगे भी होगा जो उसका करम यह दिन तो मनाएँगे हर साल हम अपने आँगन नाचे गाएँगे चंदा सितारे यादों की बीएए