Yeh Dharti Chand Sitare - Tu Jab Jab Mujhko Pukare Lyrics of Kurbaan (1991) is penned by Sameer, it's composed by Anand and Milind and sung by Udit Narayan and Anuradha Paudwal.
कुर्बान (Kurbaan )
यह धरती चाँद सितारे तू जब जब मुझको पुकारे की लिरिक्स (Lyrics Of Yeh Dharti Chand Sitare )
यह धरती चाँद सितारे यह नदिया पवन घटा रे मिट जाएगा सारा जहाँ रे बस प्यार रहेगा यहाँ पे
तू जब जब मुझको पुकारे मैं दौड़ी आऊँ नदिया किनारे तू जब जब मुझको पुकारे मैं दौड़ी आऊँ नदिया किनारे हर पल तेरा रास्ता निहारे दिल लागे नाही तेरे बिना रे मुझे सीने
तू जब जब मुझको पुकारे मैं दौड़ी आऊँ नदिया किनारे हर पल तेरा रास्ता निहारे दिल लागे नाही तेरे बिना रे मुझे सीने से लगा ले मुझे आँखों में बसा ले मेरे भोले साथिया
देखो सुनहरी धुप यह ढलने लगी मुंडेर से कबसे खड़ा हूँ मैं यहाँ आई तू कितनी देर से देखो सुनहरी धुप यह ढलने लगी मुंडेर से कबसे खड़ा हूँ मैं यहाँ आई तू
देखूं तुझे तो दिन ढले देखूं तुझे तो रात हो मुझको भी चैन आये न जब तक न तुझसे बात हो देखूं तुझे तो दिन ढले देखूं तुझे तो रात हो मुझको भी चैन आये न
कैसे जिएंगे साजना आँखों से दूर जाके हम मर के इसे निभाएंगे ली है जो प्यार में कसम सारे जहाँ को भूल के इक दूजे में समा गए होंगे जुदा न हम कभी इतने करीब
तू जब जब मुझको पुकारे मैं दौड़ी आऊँ नदिया किनारे हर पल तेरा रास्ता निहारे दिल लागे नाही तेरे बिना रे मुझे सीने से लगा ले मुझे आँखों में बसा ले मेरे भोले साथिया
यह धरती चाँद सितारे यह नदिया पवन घटा रे मिट जाएगा सारा जहाँ रे बस प्यार रहेगा यहाँ पे