हेर रांजा से ये डूनिया ये मेहफिल गीत: इस गीत को सुनें जो मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर की शानदार आवाज़ में है। इस गीत का संगीत मदन मोहन द्वारा बनाया गया है और ये ड्यूनिया ये मेहफिल गीत कैफी आज़मी द्वारा लिखे गए हैं।
हीर रांझा (Heer Ranjha )
यह दुनिया यह महफ़िल की लिरिक्स (Lyrics Of Yeh Duniya Yeh Mehfil )
यह दुनिया यह महफ़िल मेरे काम की नहीं
किसको सुनाऊँ हाल दिल-इ-बेक़रार का बुझता हुआ चिराग हूँ अपने मज़ार का ए काश भूल जाऊं मगर भूलता नहीं किस धूम से उठा था जनाज़ा बहार का यह दुनिया यह महफ़िल मेरे क
अपना पता मिले न खबर यार की मिले दुश्मन को भी न ऐसी सजा प्यार की मिले उनको खुदा मिले है खुदा की जिन्हे तलाश मुझको बस इक झलक मेरे दिलदार की मिले यह दुनिया यह में
सेहरा में आके भी मुझको ठिकाना न मिला ग़म को भुलाने का कोई बहाना न मिला दिल तरसे जिसमें प्यार को क्या समझूँ उस संसार को इक जीती बाज़ी हार के मैं ढूंढूं बिछडे य
दूर निगाहों से आंसू बहाता है कोई कैसे न जाऊं मैं मुझको बुलाता है कोई या टूटे दिल को जोड़ दो या सारे बंधन तोड़ दो ए पर्बत रास्ता दे मुझे ए काँटों दामन छोड़ द
यह दुनिया यह महफ़िल मेरे काम की नहीं