ये मना मेर जान मोहब्बत सज़ा है गीत हनस्टे जाखम से: इस गीत को सुनें जो मोहम्मद रफी और बलबीर की शानदार आवाज़ में है। इस गीत का संगीत मदन मोहन द्वारा बनाया गया है और ये मन मेरी जान मोहब्बत सज़ा है गीत कैफी आज़मी द्वारा लिखे गए हैं।
हँसते ज़ख्म (Hanste Zakhm )
यह मन मेरी जान मोहब्बत सजा है की लिरिक्स (Lyrics Of Yeh Mana Meri Jaan Mohabbat Saza Hai )
हाय तौबा तौबा यह जवानी यह जवानी का गुरूर इश्क़ के सामने सर फिर भी झुकना ही पड़ा कैसे कहते थे न आयेंगे न आयेंगे मगर दिल ने इस तरह पुकारा तुम्हें आना ही पद
बहलना न जाने
नज़ारे भी देखे
तुम्ही ने संवारा