फिल्म प्रेत से अफगान जालेबी (या बाबा) गीत सैयद असर शाह द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत प्रीतम चक्रवर्ती द्वारा रचित है और गीत अमिताभ भट्टाचार्य द्वारा लिखे गए हैं।
फैंटम (Phantom )
अफ़ग़ान जलेबी (या बाबा) (Afghan Jalebi (Ya Baba) ) की लिरिक्स (Lyrics Of Afghan Jalebi (Ya Baba) )
मकतूल जिगर (या बाबा) क़ातिल है नज़र (या बाबा) इक माहजबीं (या बाबा) इक नूर-इ-नबी (या बाबा) रब की रुबाई (या बाबा) या है तबाही (या बाबा) गर्दन सुराही (या बाबा) बोली िल
बन्दुक दिखा दिखा के क्या प्यार करेगी चेहरा भी कभी दिखाना बाई वाह बाई वाह बाई वाह बाई
ख्वाजा जी के पास तेरी चुगली करूँगा मैं तेरी चुगली करूँगा
हो देख दराज़ी (वल्लाह) बाँदा नमाज़ी (वल्लाह) खेल के बाज़ी (वल्लाह) खामखा अब ठहरा न किसी काम का (वल्लाह
ोये लखत-इ-जिगर (या बाबा) ोये नूर-इ-नज़र (या बाबा) एक तीर है तू (या बाबा) मैं चाक जिगर (या बाबा) बन्दों से नहीं तो अल्लाह से डरेगी वादा तो कभी निभाना बाई वाह बाई व
ख्वाजा जी के पास तेरी चुगली करूँगा मैं तेरी चुगली करूँगा
गुल-इ-गुलज़ार (या बाबा)
बन्दुक दिखा दिखा के क्या प्यार करेगी चेहरा भी कभी दिखाना बाई वाह