सत्यम शिवम सुंदरम से भोर भाय पंगाट पे गीत: यह लता मंगेशकर द्वारा लक्समिकांत और प्यारेलाल द्वारा अच्छी तरह से तैयार संगीत के साथ एक बहुत अच्छा गीत है। भोर भाय पंगाट पे के गीत आनंद बक्षी द्वारा खूबसूरती से लिखे गए हैं।
सत्यम शिवम सुंदरम (Satyam Shivam Sundaram )
भोर भये पनघट पे (Bhor Bhaye Panghat Pe ) की लिरिक्स (Lyrics Of Bhor Bhaye Panghat Pe )
भोर भये पनघट पे मोहे नटखट श्याम सताये भोर भये पनघट पे मोहे नटखट श्याम सताये मोरी चुनरी ो लिपटी जाए मैं का करून हाय राम
भोर भये पनघट पे मोहे नटखट श्याम सताये मोरी चुनरी ो लिपटी जाए मैं का करून हाय राम
कोई सखी सहेली नाही संग
आये पवन झांकोरा टूटे अंग-अंग मोरा चोरी-चोरी चुपके-चुपके बैठा कहीं पे वह छुप के देखे मुस्काये निर्लज को निर्लज को लाज न आये हाय भोर भये पनघट पे मोहे नाटक
मैं न मिलूं डगर में तो वह चला आये घर में मैं दूं गाली
भोर भये पनघट पे मोहे नटखट श्याम सताये मोरी चुनरी ो लिपटी जाए मैं का करून हाय हाय का करून हाय राम हाय हाय भोर भये पनघट पे