दिल मीन हो तुम आंखन मी तुम फिल्म सत्यमेव जयते के गीत फारूक कसर द्वारा लिखे गए हैं। इस गीत का पुरुष संस्करण सुंदर रूप से बप्पी लाहिरी द्वारा रचित और गाया जाता है।
सत्यमेव जयते (Satyamev Jayate )
दिल में हो तुम आँखों में तुम (Dil Mein Ho Tum Aankhon Mein Tum ) (मेल की लिरिक्स (Lyrics Of Dil Mein Ho Tum Aankhon Mein Tum )
दिल में हो तुम आँखों में तुम बोलो तुम्हें कैसे चाहूँ दिल में हो तुम आँखों में तुम बोलो तुम्हें कैसे चाहूँ पूजा करून सज्दा करून जैसे कहॉ वैसे चाहूँ जानु में
अकेला हूँ मैं अकेला तुम्हें फिर दिल ने पुकारा तुम्हारी यादें सताएं नहीं है कोई हमारा अकेला हूँ मैं अकेला तुम्हें फिर दिल ने पुकारा तुम्हारी यादें सताएं नहीं है
हमेशा देखा एहि है मिलान के संग है जुदाई शायद वह होगा दीवाना चाहत यह जिसने बनाई हमेशा देखा एहि है मिलान के संग है जुदाई शायद वह होगा दीवाना चाहत यह
दिल में हो तुम आँखों में तुम बोलो तुम्हें कैसे चाहूँ दिल में हो तुम आँखों में तुम बोलो तुम्हें कैसे चाहूँ पूजा करून सज्दा करून जैसे कहॉ वैसे चाहूँ जानु म