चार डिनो का प्यार ओ रब्बा (मादा) फिल्म जन्नत से गीत उत्कृष्टता से रिचा शर्मा द्वारा गाया जाता है। प्रीतम चक्रवर्ती ने इसे लिखा है और सईद क्वाद्री ने अपने गीत लिखे हैं।
जन्नत (Jannat )
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा (फीमेल) की लिरिक्स (Lyrics Of Char Dino Ka Pyaar O Rabba (Female) )
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा लम्बी जुदाई
खोयी रही मैं साज़ों में अपने आहात भी तेरी भूल गयी हूँ सदियों से कितनी तनहा रही हूँ इश्क़ तेरा भूल गयी हूँ
खोयी रही मैं साज़ों में अपने आहात भी तेरी भूल गयी हूँ सदियों से कितनी तनहा रही हूँ इश्क़ तेरा भूल गयी हूँ उलझी रही मैं इस ज़िन्दगी में दूँ क्या दुहाई
ओ रब्बा.. ो राबा.. आ...
कित्थे मैं जाऊं नाम पुकारूँ रे दस् रे रब्बा मोरे..
हर बेबसी में इस ज़िन्दगी में तुझको ही चाहा तुझको ही माँगा जिन रास्तों से गुज़रा यह दिल था मंज़िल मिली न
हर बेबसी में इस ज़िन्दगी में तुझको ही चाहा तुझको ही माँगा जिन रास्तों से गुज़रा यह दिल था मंज़िल मिली न
तेरे बिन दिल मेरा लागे कहीं न तेरे बिन जान मेरी जाए कहीं न कितने ज़माने बाद ओ रब्बा याद तू आया