फिल्म ओम शांति ओम से दस्तान-ए-ओम शांती ओम गीत शान द्वारा गाया जाता है। इसका संगीत विशाल शेखर द्वारा रचित है और गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए हैं।
ओम शांति ओम (Om Shanti Om )
दास्ताँ(Daastaan)इकी लिरिक्स (Lyrics Of Daastaan)
सुन'ने वालो सुनो ऐसा भी होता है दिल देता है जो वह जान भी खोता है प्यार ऐसा जो करता है क्या मर के भी मरता है आओ तुम भी आज सुन लो दास्तान है यह के िक था नौजव
नौजवान की थी आरज़ू उसकी थी यह ही ज़ुस्तज़ू उस हसीना में उसको मिले इश्क़ के सारे रंग बू नौजवान की थी आरज़ू उसकी थी यह ही ज़ुस्तज़ू उस हसीना में उसको मिले इश्क़ के सा
दास्तान है यह के उस दिलकश हसीना के निगाहों
सुन'ने वाळोबन सुनो ऐसा भी होता है कोई जितना हांसे उतना ही रोता है दीवानी होक हसीना खायी क्या धोखे हसीना आओ तुम भी आज सुन लो दास्तान है यह के उस मासूम हसीना ने
क्यों कोई कातिल समझता नहीं यह जुर्म वह है जो छुपता नहीं यह दाग वह है जो मिट'ता नहीं रहता है खुनी के हाथ पर खून उस हसीना का जब था हुआ कोई वाहन था पाहून