यंगिस्टान से दाता दी दीवानी गीत शकील सोहेल द्वारा लिखे गए हैं। यह शिराज उपपाल द्वारा रचित एक क्ववाली है और इसे शिरज उपपाल और रफाकत अली खान द्वारा खूबसूरती से गाया जाता है।
यंगिस्तान (Youngistaan )
दाता दी दीवानी (Daata Di Diwani ) क़व्वालीकी लिरिक्स (Lyrics Of Daata Di Diwani )
आ... आ...
गंज बख्श फैज़-इ-आलम मज़हरे नूर-इ-खुदा न कसरा पीर-इ-काबे न कसरा पीर-इ-काबे कमीला रा रनुमा...
गंज बख्श
दीवानी.. गंज बख्श तेरी दीवानी गंज बख्श फैज़-इ-आलम
दाता दी दीवानी मैं डाटा दी दीवानी मैं तुसरल मिल गावो तुसरल मिल गावो दाता दी दीवानी मैं दाता दी...
मैं तोह दीवानी हुई मैं तोह दीवानी हुई डाटा... आ...
जो दरस मिल हुमको वह भूल गए हम क्यों बंदों से मोहब्बत का एहसास हुआ फिर क्यों नगरी में तेरी डाटा यह रेंज का आलम क्यूँ नगरी में तेरी डाटा यह रेंज का आलम क्यूँ यह
दाता दी दीवानी मैं दाता दी दीवानी मैं तुसरल मिल गावो दाता दी.. गंज बख्श
आ.. आ...
घास को सब तब तें थ्यों सड़के घास को सब तब तें थ्यों सड़के ते थ्यों सड़के... दो हाथ मिले बा हम तक़दीर बना डालें बिखरे हुए ख़्वाबों से ताबीर बना डालें वह शब् टी
दाता दी दीवानी मैं डाटा दी दीवानी मैं तुसरल मिल गावो तुसरल मिल गावो..
[तेरे दर आया