Dil Ka Mizaaj Ishqiya Lyrics is from film Dedh Ishqiya which is sequel to film Ishqiya (2010). Gulzar has written its lyrics while Rahat Fateh Ali Khan has sung it. Its music is composed by Vishal Bharadwaj.
डेढ़ इश्किया (Dedh Ishqiya )
दिल का मिज़ाज इश्क़िया की लिरिक्स (Lyrics Of Dil Ka Mizaaj Ishqiya )
रुक रुक के कहते हैं झुक झुक के रहते हैं
रुक रुक के कहते हैं झुक झुक के रहते हैं दिल का मिज़ाज इश्क़िया दिल का मिज़ाज इश्क़िया
तनहा है लोगों में लोगों में तन्हाई दिल का मिज़ाज इश्क़िया दिल का मिज़ाज इश्क़िया
चोटें भी खाएं और गुनगुनायें ऐसा ही था यह ऐसा ही है यह मस्ती में रहता है मस्ताना सौदाई दिल का मिज़ाज इश्क़िया अरे दिल का मिज़ाज इश्क़िया
शर्मीला शर्मीला परदे में रहता है... दर्दों के छोंके भी चुपके से सहता है निकलता नहीं है गली से कभी निकल जाए तो दिल भटक जाता है अरे बच्चा है आखिर बह
गुस्से में बलखाना गैरों से जल जाना मुश्किल में आये तो वादों से टल जाना उलझने की इसको यूँ आदत नहीं मगर बेवफाई शराफत नहीं यह जज़बाती होक छलक जाता है...
इश्क़ में होती है थोड़ी सी गर्मायी दिल का मिज़ाज इश्क़िया अरे दिल का मिज़ाज इश्क़िया...
रुक रुक के इश्क़िया.. झुक झुक के इश्क़िया..
रुक रुक के कहते हैं [कहते हैं.. कहते हैं..] झुक झुक के रहते हैं [रहते हैं.. इश्क़.. इश्क़.. इश्क़िया....] इश्क़िया... इश्क़िया...