ए जिंदगी ट्यून मुजपे रंग-ए-इश्क (2015) के गीत ताबासम द्वारा लिखे गए हैं, यह दीन मोहम्मद द्वारा रचित है और फरहान सबरी द्वारा गाया गया है।
रंग-इ-इश्क़ (Rang-E-Ishq )
ऐ ज़िन्दगी तूने मुझपे (Ae Zindagi Tune Mujhpe ) रंगकी लिरिक्स (Lyrics Of Ae Zindagi Tune Mujhpe )
ऐ ज़िन्दगी तूने मुझपे कैसा सितम किया सपनो के टुकड़े हो गए आँखों को रुला दिया
हो.. तनहा मेरी ज़िन्दगी हो गई धुंधली सी साड़ी ख़ुशी हो गई अरमान दिल के बिखरने लगे छोड़ कर ये जहां तुम क्यूँ यूँ चले ए ज़िन्दगी तूने मेरे संग यह क्या किया सपनो के