एक चंचल शोख हसीना फिल्म बाघी के गीत कविता कृष्णमूर्ति और अभिजीत द्वारा गाए जाते हैं, इसका संगीत आनंद और मिलिंद द्वारा रचित है और गीत समीर द्वारा लिखे गए हैं।
बाघी (Baaghi )
एक चंचल शोख हसीना मेरे सोनों में आये मुझे एक झलक दिखला के वह मेरे दिल का चैन चुराए मेरे दिल का चैन चुराए
होठों से मदिरा छलके गालों पे हैं अंगारे फूलों के जैसी खिलती जवानी नैना नशीले हैं कजरारे होठों से मदिरा छलके गालों पे हैं अंगारे फूलों के जैसी खिलती
चंचल शोख हसीना मेरे सोनों में आये मुझे एक झलक दिखला के वह मेरे दिल का चैन चुराए मेरे दिल का चैन चुराए
झील में खिलते एक कँवल वह है किसी शायर की ग़ज़ल बाहें उठा के ले अंगड़ाई दिल में मचा दे कोई हलचल झील में खिलते एक कँवल वह है किसी शायर की ग़ज़ल बाहें
एक चंचल शोख हसीना मेरे सोनों में आये मुझे एक झलक दिखला के वह मेरे दिल का चैन चुराए मेरे दिल का चैन चुराए