गाली मी आज चाण्ड निकला फिल्म ज़खम से गीत अल्का याज्ञिक द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत एमएम क्रेम द्वारा रचित है और गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
ज़ख्म (Zakhm )
गली में आज चाँद निकला (Gali Mein Aaj Chaand Nikla ) की लिरिक्स (Lyrics Of Gali Mein Aaj Chaand Nikla )
तुम आये जो आज मुझे याद गली में आज चाँद निकला जाने कितने दिनों के बाद गली में आज चाँद निकला जाने कितने दिनों के बाद गली में आज चाँद निकला गली में आज चाँद
तुम आये जो आज मुझे याद गली में आज चाँद निकला जाने कितने दिनों के बाद गली में आज चाँद निकला जाने कितने दिनों के बाद गली में आज चाँद निकला गली में आज छान
यह नैना बिन काजल तरसे बाराह महीने बादल बरसे सुनि रब ने मेरी फरियाद सुनि रब ने मेरी फरियाद गली में आज चाँद निकला गली में आज चाँद निकला गली में आज चाँद
आज की रात जो मैं सो जाती खुलती आँख सुबह हो जाती मैं तो हो जाती बस बर्बाद मैं तो हो जाती बस बर्बाद गली में आज चाँद निकला गली में आज चाँद निकला गली में
मैंने तुमको आते देखा अपनी जान को जाते देखा जाने फिर क्या हुआ नहीं याद जाने फिर क्या हुआ नहीं याद गली में आज चाँद निकला गली में आज चाँद निकला गली में आज का