रोटी से गोर रंग पे ना इटना गुमान कर गीत: इस गाने को सुनें जो लता मंगेशकर और किशोर कुमार की शानदार आवाज़ में है। इस गीत का संगीत लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा बनाया गया है और गोर रंग पे ना इटना गुमान कर गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।
रोटी (Roti )
गोरे रंग पे न इतना गुमान कर (Gore Rang Pe Na Itna Gumaan Kar ) की लिरिक्स (Lyrics Of Gore Rang Pe Na Itna Gumaan Kar )
गोरे रंग पे न इतना गुमान कर गोरा रंग दो दिन में ढल जाएगा क्ष (२)
मैं शामा हूँ तू है परवाना मैं शामा हूँ तू है परवाना मुझसे पहले तू जल जाएगा
गोरे रंग पे न इतना गुमान कर गोरा रंग दो दिन में ढल जाएगा
हो रूप मिट जाता है यह प्यार ए दिलदार नहीं मिट-ता हो फूल मुरझाने से गुलज़ार ो सर्कार नहीं मिट-ता हो रूप मिट जाता है यह प्यार ए दिलदार नहीं मिट-ता क्या बात कही है ोय
ो आपको है ऐसा इंकार तो यह प्यार यहीं छोडो हो प्यार का मौसम है बेकार की तक्रार यहीं छोडो ो आपको है ऐसा इंकार तो यह प्यार यहीं छोडो हाथों में हाथ ज़रा दे-दो है
हो मैं तुझे कर डालूं मसरूर नशे में चूर तो मानोगे हो तुमसे मैं हो जाऊं खुद दूर ए मगरूर हो मानोगे हो मैं तुझे कर डालूं मसरूर नशे में चूर तो माना