"दो जून की रोटी"न पेट होता, न रोटी का झगड़ा होता।रोटी के स्वाद अनेक, पर पेट एक है।हाथ मे रोटी, सब के कर्म की है रोटी ।अमीरी गरीबी की पहचान है यह रोटी।फ़िल्म में रोटियां की दास्तां निराली है।जग संसार मे रोटी की कहानी निराली।यह रोटी मौत की सौदागर बन गई है कही।घर द्वार जग
रोटी से गोर रंग पे ना इटना गुमान कर गीत: इस गाने को सुनें जो लता मंगेशकर और किशोर कुमार की शानदार आवाज़ में है। इस गीत का संगीत लक्ष्मीकांत और प्यारेलाल द्वारा बनाया गया है और गोर रंग पे ना इटना गुमान कर गीत आनंद बक्षी द्वारा लिखे गए हैं।रोटी (Roti )गोरे रंग पे न इतना गुमान कर (Gore Rang Pe Na Itna
'रोटी' 1 9 74 की हिंदी फिल्म है जिसमें राजेश खन्ना, मुमताज, निरुप्पा राय, पेंटल, जगदीप, ओम प्रकाशेश, विजय अरोड़ा, सुजीत कुमार, जीवन, असरानी, जीतेन्द्र, पिंचू कपूर, विजू खोटे, परवीन पॉल, जगदीश राज, श्याम मुख्य भूमिका में कुमार, मधु, मास्टर रवि, मास्टर टिटो और अविनाश। हमारे पास एक गीत गीत और रोटी का