फिल्म बेवकुफियान से गुलचरे गीत संगीतकार रघु दीक्षित की रचना है। गुलचरे गीत जो अविविता दत्त गुप्तन द्वारा लिखे गए हैं।
बेवकूफियां (Bewakoofiyaan )
गुलछर्रे की लिरिक्स (Lyrics Of Gulcharrey )
हे... फ़िक्रों की पूछों पे है पटाखों की लड़ी फितरत पतंग जैसी अवारा है बड़ी हम में तो ही है बच्चो औकात ैंथ की पंजों से पंगे ले लें दिखाएं हेकड़ी
सारे छिछोरों को हम ही सीखते हैं ऐशों की कुंजी
जेबों में भरे गुलछर्रे रईसी करे गुलछर्रे शो शा से भरे गुलछर्रे ताड़ी से उद्दे गुलछर्रे उद्दे गुलछर्रे...
कल की हम अभी सोचें क्यों जीने को यह पल काफी है जो दीन है हमने देखा नहीं उसपे हम क्यों भरोसा करें...
सभी को छोडो
जेबों में भरे गुलछर्रे रईसी करे गुलछर्रे शो ष से भरे गुलछर्रे ताड़ी से उद्दे गुलछर्रे उद्दे गुलछर्रे...