इंकार है गीत सुजिर मिश्रा की फिल्म इंकार से अर्जुन रामपाल, चित्रांगदा सिंह, गौरव द्विवेदी और संदीप संचेदेव अभिनीत हैं। इनकार है गीत समीर अंजान द्वारा लिखे गए हैं, जबकि यह ट्रैक पापन और शाहिद माल्या द्वारा गाया जाता है।
इंकार (Inkaar )
है की लिरिक्स (Lyrics Of Inkaar Hai )
खामोशियाँ आवाज़ है लफ़्ज़ों में बस इंकार है
लफ़्ज़ों ने चुना लफ़्ज़ों ने बुना जो भी हमने कहा जो भी हमने सुना न हमें राण हैं न तुम्हें है पता जाने होगा कहाँ लफ़्ज़ों से कहता लफ़्ज़ों में रावण कुछ कहीं अनसुना ल
खामोशियाँ आवाज़ है लफ़्ज़ों में बस इंकार है
खामोशियाँ आवाज़ है लफ़्ज़ों में बस इंकार है
राज़ हैं सैकड़ों लफ़्ज़ों के ढेर में मायने हों जुदा लफ़्ज़ों की भीड़ में
लफ्ज़ लाते कभी ऐसे भी मोड़ पे सब चले जाते हैं जब हमें छोड़ के लफ्ज़ ही लफ़्ज़ में बात बन जाती है लफ्ज़ ही लफ़्ज़ में बात ठन जाती है
कुछ भी सोचा नहीं लफ़्ज़ों में बह गए कहना था कुछ हमें और कुछ कह गए
खामोशियाँ आवाज़ है लफ़्ज़ों में बस इंकार है