

फिल्म सोलह से झगड़े गीत के गीत शिवराजानी सिंह द्वारा लिखे गए हैं। यह गीत गौरव दगांवकर द्वारा रचित है और खूबसूरती से शामली खोल्गड़े और शिवराजानी सिंह द्वारा गाया जाता है।
सिक्सटीन (Sixteen )
झगडे (Jhagde ) की लिरिक्स (Lyrics Of Jhagde )
आंसू गिरे गोरे गालों पर कण्ट्रोल नहीं अपनी साँसों पर पािण हो रहा है बिना कुछ लगे दिल और दिमाग में हैं.... झगडे... हे... हे... ऐ... झगडे... हे... हे... ऐ...
हो.. आदतें बुरी चलें चले नयी कोशिशें सभी खाली गईं.. आदतें बुरी चलें चले नयी कोशिशें सभी खाली गईं.. दिल रो रहा है बिना कुछ किये.. दिल और दि
ज़िन्दगी बड़ी छोटी लगने लगी.. सपने सभी पुरे करने अभी.. ज़िन्दगी बड़ी छोटी लगने लगी.. सपने सभी पुरे करने अभी.. टाइम जा रहा है बिना कुछ किये.. दिल और दिमाग में
आंसू गिरे गोरे गालों पर कण्ट्रोल नहीं अपनी साँसों पर पािण हो रहा है बिना कुछ लगे दिल और दिमाग में हैं.... झगडे... हे... हे... ऐ... झगडे... हे... हे... ऐ..