सोलह से सोलह बरस की साली उमर को सलाम के गीत अनुराग भोमिया और शिवराजानी सिंह द्वारा लिखे गए हैं। यह गीत गौरव दगांवकर द्वारा रचित है और खूबसूरती से शामली खोल्गड़े और शिवराजानी सिंह द्वारा गाया जाता है।
सिक्सटीन (Sixteen )
सोलह बरस की साली उमर को सलाम (Solah Baras Ki Sali Umar Ko Salam ) सांगकी लिरिक्स (Lyrics Of Solah Baras Ki Sali Umar Ko Salam )
सोलह बरस की.. सोलह बरस की.. ी... सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
समय से पहले
चस्का है यह जैसे चरस का लाइफ में हाई की बढ़ती तरस का उमरा खली सोलह
सोलह बरस की.. हो.. सलाम.. सोलह बरस की साली उमर को सलाम